निमंत्रण देने के बावजूद बारात में नहीं ले जाने पर एक युवक ने अपने दूल्हे दोस्त पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुये 50 लाख रुपये का मानहानि का नोटिस भेज दिया है.
द भारत:- निमंत्रण देने के बावजूद बारात में नहीं ले जाने पर एक युवक ने अपने दूल्हे दोस्त पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुये 50 लाख रुपये का मानहानि का नोटिस भेज दिया है.
हरिद्वार के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि हरिद्वार के बहादराबाद निवासी रवि नामक युवक ने अन्य लोगों के साथ साथ अपने दोस्त चंद्रशेखर को विवाह का न्यौता दिया था और बारात में भी चलने के लिये कहा था.
लेकिन दूल्हा रवि अपने दोस्त को छोड़कर कथित रूप से समय से पहले ही बारात लेकर चला गया और ज़ब चंद्रशेखर समय पर बारात में जाने के लिए पंहुचा तो देखा कि वहां कोई नहीं था. पता चला कि बारात तो जा चुकी थी.
अधिवक्ता ने बताया कि इस बात को चंद्रशेखर ने अपना अपमान समझा और वह इस कदर मानसिक तनाव में आ गया कि आत्महत्या करने की सोचने लगा और दूल्हे पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुये 50 लाख रुपये के मानहानि का कानूनी नोटिस भेज दिया.
चंद्रशेखर के वकील के अनुसार चंद्रशेखर ने ज़ब अपने दोस्त रवि को फ़ोन किया तो उसने कहा की वह तो बारात लेकर निकल गए हैं और आप लोगों को अब बारात में आने की कोई जरुरत नहीं है आप लोग अपने घर जाओ.
वकील भदौरिया का कहना है की चंद्रशेखर बहुत ज्यादा मानसिक तनाव में आ गया था और वह इस अपमान को सहन नहीं कर पर रहा था. उन्होंने बताया कि इस अपमान को लेकर न्याय दिलाने का भरोसा देकर उन्होंने चंद्रशेखर को आत्महत्या करने से रोका.
चंद्रशेखर ने अपने दोस्त दूल्हे को फ़ोन करके मानहानि का नोटिस भेजने की बात बताई. मगर इसके बाद भी उसके दोस्त ने ज़ब उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया तो उसने दूल्हे को 50 लाख रूपये का मानहानि का कानूनी नोटिस भेजते हुए तीन दिन में सार्वजनिक रूप से माफ़ी नहीं मांगने पर कानूनी कारवाई करने की चेतावनी दी है.