द भारत: नॉर्थ-ईस्ट, पूर्वोत्तर के विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा की 60, मेघालय की 59 और नगालैंड की 60 सीटों पर रुझान आ गए हैं. इन रुझानों में भाजपा गठबंधन को नगालैंड में 51 सीटें और त्रिपुरा में 35 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. मेघालय में NPP 20 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. एग्जिट पोल में भी यही अनुमान जाहिर किया गया था.
नगालैंड विधानसभा का कार्यकाल 12 मार्च को खत्म होगा. वहीं, मेघालय में 15 मार्च और त्रिपुरा में विधानसभा का कार्यकाल 22 मार्च को पूरा हो रहा है. इधर, वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स में त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया है. मेघालय में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने का अनुमान है. यानी यहां हंग असेबंली के आसार बन रहे हैं.
त्रिपुरा में 86.10% मतदान, यह पिछले चुनाव से 4% कम: त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10% मतदान हुआ. यह पिछले चुनाव से 4% कम रहा. 2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90% मतदान हुआ था. बीजेपी 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. इसके साथ ही भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था. पिछले चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने बिप्लब देव को CM बनाया था, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया. पार्टी ने साहा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था.
2023 के चुनाव में भाजपा ने सभी 60, लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन ने (क्रमश: 47 और 13 सीटों) पर चुनाव लड़ा। टिपरा मोथा पार्टी ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा. इस तरह राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला की उम्मीद है.
मेघालय: 85.27% वोटिंग, यह पिछले चुनाव से 10% ज्यादा: मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ. 85.27% वोटिंग हुई. सोहियोंग सीट पर UDP उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह के निधन की वजह से चुनाव टाल दिया गया था. 2018 में 67% वोटिंग हुई थी. इस बार NPP ने 57, कांग्रेस और BJP ने 60-60 और TMC ने 56 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं.
मेघालय में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं. BJP को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं. नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 19 सीटें मिली थीं. इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. इन्होंने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) बनाया। एनपीपी के कोनराड संगमा मुख्यमंत्री हैं.
नगालैंड में 85.90% वोटिंग: नगालैंड के 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को 85.90% वोटिंग हुई. यह पिछले साल से 10% ज्यादा है. 2018 में यहां 75% वोटिंग हुई थी. यहां 10 फरवरी को अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कैंडिडेट खेकाशे सुमी ने नामांकन वापस ले लिया था, जिसके बाद भाजपा कैंडिडेट कजेतो किनिमी को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया. नगालैंड में अभी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है. नेफ्यू रियो CM हैं.
एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी. एनडीपीपी ने तब 18 और भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं. दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था. सरकार में एनडीपीपी, भाजपा NPP और JDU शामिल हैं.