द भारत: तमिलनाडु में बिहार के लोगों की पिटाई का फेक वीडियो वायरल करने के मामले में गिरफ्तारी के डर से फरार यूट्यूबर मनीष कश्यप ने एक और फर्जीवाड़ा कर दिया है.
बिहार पुलिस मुख्यालय ने रविवार को दावा किया है कि फरार मनीष कश्यप ने अपनी गिरफ्तारी की गलत तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. उसने अपने नाम से एक नया ट्विटर अकाउंट बनाया है. इस नए अकाउंट से ही उसने गिरफ्तारी का फोटो शेयर किया. वो लोगों को बता रहा है कि उसे बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
2019 की है तस्वीर: असलियत ये है कि वो अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. वो लगातार फरार चल रहा है. गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने बिहार तक को छोड़ दिया है. पुलिस मुख्यालय ने रविवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि मनीष कश्यप ने अपनी गिरफ्तारी की जो तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड की है. वो पुरानी है, 5 फरवरी 2019 की है. उस वक्त पटना के कोतवाली थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था.
EOU कर रही जांच: अब इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने जांच की है. अब मनीष कश्यप के उपर इस मामले में नई और तीसरी FIR दर्ज होने जा रही है. इसकी पुष्टि पुलिस मुख्यालय ने अपने आधिकारिक बयान में की है. EOU के अनुसार ट्विटर पर मनीष कश्यप का ऑफिशियल अकाउंट 11 मार्च से डिएक्टिवेट है. इस कारण उसने अपना नया अकाउंट बनाया है.